*आओ अब तो महावीर बन जायें* ✍️डॉ रुचि अनेकान्त जैन ,नई दिल्ली प्रतिवर्ष महावीर जन्मोत्सव को पूरे विश्व में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है | सुबह प्रभातफेरी से लेकर दिनभर और शाम तक देश दुनिया के अलग-अलग भागों में अनेक पूजन,अभिषेक,संगोष्ठियां तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बड़े हर्षोल्लास पूर्वक महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया जाता है । महावीर जन्मोत्सव हजारों वर्षों से मनाते आ रहे हैं किंतु वर्ष में सिर्फ एक बार महावीर के सिद्धांतों को याद करके क्या हम महावीर जैसे बन सकते हैं ?आज इस बात पर विचार करना बहुत आवश्यक हो गया है कि क्या हमें महावीर की जीवन शैली को ,उनके सिद्धांतों को प्रतिपल, साल के तीन सौ पैंसठ दिन नहीं अपनाना चाहिए ? ऐसा जिस दिन होगा तभी हमारा महावीर जन्मोत्सव मनाना सफल होगा। आज के इस समय में जिसमें अधिकांश लोग अवसाद से घिरे हुए हैं ,भारत में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप छाया हुआ है ,ऐसे में महावीर के प्रमुख सिद्धांतों अहिंसा ,अनेकांत और अपरिग्रह को जीवन में अपनाने की आवश्यकता है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ,अहिंसा के...