उत्तम-खमा 1.खमामि सव्वजीवाणं सव्वे जीवा खमंतु मे। सभी जीवों को मैं क्षमा करता हूँ, सभी जीव मुझे क्षमा करें। 🌷🌷🌷🌷 2.खमा वरं सुट्ठु वि तवाओ। क्षमा बड़े से बड़े तप से भी श्रेष्ठ है। 🌷🌷🌷🌷🌷 खमंति-खामयंति तरंति भवसायरं। जो क्षमा करते हैं तथा कराते हैं, वे संसार सागर पार करते हैं। 🌲🌲🌲🌲🌲 खमा वीर-भूसणं। क्षमा वीर पुरुषों का आभूषण है। 🌿🌿🌿🌿🌿 बहुहा धम्माणुरायी खमासीलो। बहुधा धर्मानुरागी लोग क्षमाशील होते हैं। ☀️☀️☀️☀️☀️ खमा महप्पाणं सहजगुणो जहा सप्पीए सणेहत्तं। क्षमा महात्माओं का सहज गुण है, जैसे घी में स्निग्धता। 💐💐💐💐💐 खमाए भूसदि पुरिसा जहा मणिणा सप्पो। क्षमा से पुरुष विभूषित होते हैं, जैसे मणि से सर्प। 🌷🌷🌷🌷🌷 खमासीला रयणं व दुल्लहा। क्षमाशील रत्न के सदृश लोक में दुर्लभ हैं। 🌷🌷🌷🌷🌷 खमा-सत्थेण विणस्सदि वेरं। क्षमा रूपी शस्त्र से शत्रुता का नाश होता है। 🌲🌲🌲🌲🌲 खमव्व ण को वि गुणो । क्षमा के समान कोई भी गुण नहीं है। 🌲🌲🌲🌲🌲🌲 ण कुप्पंति महरिसी खमणगुणवियाणया साहू। क्षमागुण के ज्ञानी महर्षि मुनि क्रोध नहीं करते हैं। 🌲🌲🌲🌲🌲 सव्वं खमेदुं समत्था मुणी। सभी को क्षमा ...