🦌🐂🐪
_*कटा इस कदर एक बेजुबान*_
_*और खून सारा नाली में बह गया*_
_*पत्थरदिल था कोई जो बहते खून को*_
_*देख कर भी "ईद मुबारक " कह गया*_
_*कहीं पानी बहाना भी गुनाह-सा हो जाता है ...*_
_*और कहीं खून बहाने पर भी मुबारकबाद देते हैं*_
_*जो कत्ल करे गाय और भैंस का*_
_*उस का मुकम्मल ईमान हो गया ...*_
_*हिन्दू पानी और पटाखों से ही बदनाम हो गया !*_
_*फर्क है तेरे मजहब और मेरे धर्म में ...*_
_*तेरे यहाँ चाँद देख कर कत्ल किये जाते हैं ...*_
_*मेरे यहाँ चाँद देख कर लंबी उम्र चाही जाती है*_
😰😰😰😰😰😰😰😰😰😰😰😰
Comments
Post a Comment