जिन फाउंडेशन की सह-सचिव
डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव : एक परिचय
सामाजिक, मीडिया एवं अकादमिक गतिविधियों से जुड़ीं डॉ. इन्दु जैन एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने कला,साहित्य और लेखन के क्षेत्र में बहुत कम उम्र में ही वो मुक़ाम हासिल कर लिया है कि उन्हें जैन रत्न, जैन युवा सम्मान, राष्ट्र गौरव ,विदुषी रत्न, Faith Leader जैसी उपाधियों तथा "महावीर पुरस्कार" जैसे अकादमिक पुरस्कारों से नवाजा गया है ।
आप वर्तमान में समाज में गिरते नैतिक और चारित्रिक मूल्यों की त्रासदी के मध्य अपनी ओजस्वी वाणी, प्रेरक वक्तव्य, मधुर कंठ और मनमोहक संचालन द्वारा समाज को मूल्यों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रेरित कर रहीं हैं और प्राचीन भाषा प्राकृत, अपभ्रंश, संस्कृत की शास्त्रीय प्रस्तुति के माध्यम से प्राचीन भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने का भगीरथ यत्न कर रहीं हैं ।
आज के युवा पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बन चुकीं डॉ इंदु जैन समाज में मूल्यों की स्थापना के लिए अहर्निश समर्पित रहती हैं।
*संक्षिप्त परिचय*
पिता - प्रो. फूलचन्द जैन 'प्रेमी', वाराणसी ( राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त)
माता - डॉ. मुन्नी पुष्पा जैन (आदर्श महिला सम्मान से सम्मानित )
शिक्षा -
● आचार्य,MA, Ph.D - विषय- शौरसेनी प्राकृत भाषा एवं साहित्य का भाषा वैज्ञानिक अनुशीलन
● संगीत प्रभाकर
●योग डिप्लोमा ( गोल्डमेडल )
प्रमुख गतिविधियां -:
● भारत के विभिन्न शहरों में आयोजित राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में व्याख्यान।
● दूरदर्शन, आकाशवाणी एवं विभिन्न राष्ट्रीय चैनल एवं विशिष्ट मंचों में, विगत 25 वर्षों से अधिक समय से निरंतर उद्घोषिका, वार्ताकार, कार्यक्रम संचालन, संयोजन, अभिनय, गायन एवं अतिथि वक्ता आदि के रूप में कार्य।
●भारतीय दर्शन, संस्कृति, भाषा, लिपि, नैतिकता, आदि विभिन्न विषयों पर निरंतर विशेष कार्यशालाओं का आयोजन।
●आलेख,नाटक,गीत,कविताओं आदि के माध्यम से पाठकों से निरंतर संवाद।
प्रमुख योगदान - :
● माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सानिध्य में आयोजित 'नवीन संसद भवन' के भूमि पूजन पर सर्वधर्म प्रार्थना के अंतर्गत पूरे भारतवर्ष से जैन प्रतिनिधि के रूप में 'जैन प्रार्थना' में सर्वप्राचीन प्राकृत, संस्कृत भाषा में गाथा एवं श्लोक का सस्वर वाचन।
● गांधी स्मृति दर्शन समिति के तत्त्वावधान में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में विगत 20 वर्षों से जैनधर्म का प्रतिनिधित्व।
●अनेक धार्मिक एवं सामाजिक समारोह में मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता, विशिष्ट अतिथि के रूप में वक्तव्य।
●शाकाहार अभियान , स्वस्थ मन अभियान,राष्ट्र धर्म ध्वजा अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन।
● चुनाव आयोग द्वारा प्रायोजित आकाशवाणी द्वारा पूरे भारतवर्ष में 23 भाषाओं में प्रसारित आयोजित महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम "मतदाता जंक्शन" के लेखन में विशेष भूमिका।
● विभिन्न नृत्य नाटिकाओं, डॉक्यूमेंट्री आदि में Voice Over.
*विभिन्न विद्यालयों - विश्वविद्यालयों में कार्यशालाएं, प्रेरक वक्तव्य एवं डिप्लोमा आदि कक्षाओं में विशेष अध्यापन।
* ज्ञानपीठ पुरस्कार, गंगा महोत्सव, सिटि महोत्सव, पुरस्कार समारोह आदि विशेष कार्यक्रमों में महत्त्वपूर्ण भूमिका।
*राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री , धर्म गुरुओं आदि कई विशिष्ट व्यक्तियों के सान्निध्य में विशेष कार्यक्रमों,सर्वधर्म प्रार्थना सभाओं में विशेष भूमिका।
प्रमुख प्रकाशन - :
● "शौरसेनी प्राकृत भाषा एवं साहित्य का इतिहास" - सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से प्रकाशित
● भाषा-साहित्य, कला-संस्कृति आदि से जुड़ी पत्रिकाओं, शोध पुस्तकों में आलेख प्रकाशित।
● विभिन्न पत्रिकाओं दैनिक जागरण, अमर भारती आदि दैनिक समाचार पत्रों में अनेक लेख, कहानी, कविता, गीत आदि का लेखन।
●मंगलायतन विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के "जीवन मूल्य परक शिक्षा" हेतु शाकाहार विषय पर एक यूनिट के पाठ्यक्रम का लेखन।
*सांझा काव्य संग्रह प्रकाशित।
संपादक - :
●मुख्य सम्पादिका - अहिंसा प्रभावना पत्रिका
●सह सम्पादिका - प्राकृत टाइम्स
●सांझा काव्य संग्रह - अखिल सेतु ( सम्पादक मण्डल)
●मीडिया सलाहकार - "पागद भासा" पत्रिका
संस्थाएं और पद - :
●राष्ट्रीय सचिव- नेशनल मीडिया फाउण्डेशन
●सचिव - जिन फाउण्डेशन "अहिंसा प्रभावना पत्रिका" की मुख्य सम्पादिका एवं कई प्रतिष्ठित संस्थाओं में सम्माननीय पद में रहकर, निरंतर समाज सेवा और सकारात्मक
●देश-विदेश में करीब 2500 से अधिक स्कूल और 60 से अधिक कॉलेेजों के विद्यार्थियों में करुणा, मैत्री, शाकाहार, पर्यावरण संरक्षण का प्रचार-प्रसार करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था "करुणा इंटरनेशनल"(चेन्नई ) की संयोजिका (दिल्ली)
●महासचिव - अथाई-आशा इंटरनेशनल
● सम्मानित सदस्या - श्री अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन विद्वत् परिषद्, महिला महासभा एवं महासमिति।
प्रमुख कार्य क्षेत्र :
● लेखन - कविता, लेख, नाटक, कहानी आदि
● गायन - सर्वप्राचीन भाषा प्राकृत, संस्कृत,अपभ्रंश, हिन्दी भाषा आदि में भजन, गाथा, श्लोक आदि का विशेष गायन।
● प्रेरक वक्ता के रूप में विशेष कार्यशालाएं।
● सर्वप्राचीन ब्राह्मी लिपि के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए "ब्राह्मी लिपि प्रशिक्षण"
● प्राकृत भाषा, हिन्दी भाषा, ब्राह्मी लिपि, जैन तीर्थों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए निरंतर प्रयास।
प्रमुख सम्मान/उपाधि/पुरस्कार - :
● महावीर पुरस्कार (सन्- 2015) प्रकाशित शोध ग्रंथ पर।
● Faith Leader Honour
●जैन युवा सम्मान तथा राष्ट्र गौरव सम्मान।
●राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान
● जैन रत्न सम्मान
▪️अथाई गौरव सम्मान
▪️विदुषी रत्न सम्मान आदि अनेक सम्मानों से सम्मानित ।
विशेष - सिंगापुर, दुबई आदि में महत्त्वपूर्ण व्याख्यानों से प्रभावना।
संपर्क सूत्र - 9654403207
पता - F-171, Flat no. - 411, Khanpur Extension, New Delhi - 62
ई मेल - indujain2713@gmail.com
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