लेश्या क्या है ? लेश्या का मतलब होता है,आत्मा का स्वभाव । आत्मा के स्वभाव से तात्पर्य है कि जिसके द्वारा आत्मा कर्मों से लिप्त होती है तथा मन के शुभ और अशुभ परिणाम को लेश्या कहते हैं। लेश्या 6 प्रकार की होती है। 1.कृष्ण लेश्या 2.नील लेश्या 3.कपोत लेश्या 4.तेजो लेश्या 5.पदम लेश्या 6.शुक्ल लेश्या इसके अलावा आत्मा के जो विचार हैं उनको भाव लेश्या कहते हैं और जिन पुदगलो के द्वारा आत्मा के विचार बदलते रहते हैं, उन पुदगलो को द्रव्य लेश्या कहते हैं, लेश्या के नाम द्रव्य लेश्या के आधार पर ही रखे गए हैं। तीन लेश्या अशुभ फलदाई होती हैं, और वह पाप का कारण बनती हैं और 3 लेश्या शुभ फलदाई होती हैं और वह पुण्य का कारण बनती है। तीन अशुभ लेश्या निम्नलिखित हैं 1.कृष्ण लेश्या 2.नील लेश्या 3.कपोत लेश्या तीन शुभ लेश्या निम्नलिखित हैं 1. तेजो लेश्या 2. पदम लेश्या 3. शुक्ल लेश्य लेश्याओ के लक्ष्ण निम्नलिखत प्रकार से होते है - 1. कृष्ण लेश्या- निर्दयी, पापी, जीवो की हत्या करने वाला ,असंयमित, अमर्यादित, इन्द्रियो को वश मे न रखने वाला आदि उपरोक्त परिणामो से युक्त जीव कृष्ण लेश्या के परिणाम वाला होता है । 2....